कार्तिक पूर्णिमा पर हरिद्वार में उमड़ा आस्था का सैलाब
देहरादून: कार्तिक पूर्णिमा के स्नान पर्व पर हरिद्वार में गंगा स्नान करने के लिए आस्था का सैलाब उमड़ा पड़ा हैं। कार्तिक स्नान पर्व पर गंगा स्नान करने का विशेष महत्व माना जाता है। इसके चलते हरकी पैड़ी पर लाखों श्रद्धालुओं ने गंगा में डुबकी लगाई।
बता दें, आज ( 8 नवंबर ) को साल का आखरी स्नान पर्व हैं| हरिद्वार में आधी रात से ही श्रद्धालुओं के आने का सिलसिला शुरू हो गया था। वहीं, ब्रह़मुहुर्त से ही श्रद्धालुओं ने हरकी पैड़ी पहुंचकर स्नान करना शुरू कर दिया। कहा जाता हैं कि कार्तिक पूर्णिमा के दिन गंगा में स्नान करने से पुण्य और मोक्ष की प्राप्ति होती है।
कार्तिक पूर्णिमा स्नान के लिए हरिद्वार पुलिस ने सुरक्षा के किए कड़े इंतजाम
हरिद्वार पुलिस ने कार्तिक पूर्णिमा स्नान के लिए सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए हैं। मेला क्षेत्र को 9 जोन और 33 सेक्टर में बांटकर पुलिस बल तैनात किया गया है। साथ ही ट्रैफिक को लेकर भी विशेष प्रबंध किए गए है। ज्ञान गोदड़ी प्रकरण के दृष्टिगत प्रस्तावित स्थल भारत स्काउट एवं गाइड कार्यालय पर अलग से जोन बनाया गया है। जिसके मद्देनजर सिख समुदाय के लोगों से समन्वय स्थापित करने और नजर रखने के लिए सिख पुलिसकर्मियों को तैनात किया गया है।
यात्रियों के डूबने की घटनाओं पर रोकथाम के लिए मुख्य स्नान घाटों पर जल पुलिस जवान, गोताखोरों के साथ ही एक प्लाटून फ्लड कंपनी बोट के साथ तैनात है। साथ ही आतंकवादी घटनाओं की रोकथाम के लिए लगातार चेकिंग की जा रही है।
हरिद्वार में शाम को लगेगा चंद्र ग्रहण
आज साल का आखिरी पर्व स्नान कार्तिक पूर्णिमा और चंद्र ग्रहण एक साथ पड़ रहा है। हरिद्वार में चंद्र ग्रहण शाम को 57 मिनट रहेगा। चंद्र ग्रहण की अवधि को छोड़कर बाकी पूरे दिन श्रद्धालु गंगा में डुबकी लगाकर पुण्य कमा सकते हैं। ग्रहण से नौ घंटे पूर्व सूतक लगने से पहले मंदिरों के कपाट श्रद्धालुओं के लिए बंद कर दिए गए हैं।
ज्योतिषाचार्य डॉ. प्रतीक मिश्रपुरी के मुताबिक सुबह 6:30 बजे से सात बजे तक स्नान का पहला शुभ मुहूर्त हैं। दोपहर में 12 बजे से एक बजे तक स्नान का दूसरा मुहूर्त है। चंद्र ग्रहण शाम 5:22 बजे से प्रभावी होगा और 6:19 बजे तक रहेगा। वहीं, चंद्रग्रहण की अवधि के बाद भी श्रद्धालु गंगा स्नान करें।