बी2बी खर्च में बढ़ोतरी के मामले में भारतीय व्यवसाय विश्व में अग्रणी : अमेरिकन एक्सप्रेस सर्वे

0

नई दिल्ली, 7 नवंबर (आईएएनएस)। अमेरिकन एक्सप्रेस के सेंटर फॉर इकोनॉमिक्स एंड बिजनेस रिसर्च (सीईबीआर) के सहयोग से हाल में कराए गए एक सर्वे से पता चला है कि भारतीय बिजनेस वैश्विक लीडर्स के रूप में उभर रहे हैं, जिसमें 72 प्रतिशत लोगों को 2023 में बी2बी खर्च में बढ़ोतरी की उम्मीद है, जो वैश्विक औसत 49 प्रतिशत से अधिक है।

बी2बी खर्च में इस उछाल के पीछे प्रेरक शक्ति मुख्य रूप से प्रौद्योगिकी निवेश है, उल्लेखनीय 88 प्रतिशत भारतीय व्यवसाय पहली छमाही की तुलना में 2023 की दूसरी छमाही में तकनीकी प्रगति के लिए अधिक धन आवंटित करने की योजना बना रहे हैं।

यह कदम भुगतान की गति में सुधार, उत्पादकता बढ़ाने और अधिक डिजिटल उत्पादों के लिए ग्राहकों की मांगों को पूरा करने के उनके लक्ष्यों के अनुरूप है।

बिजनेस ट्रेवल फिर वापसी करने के लिए तैयार हैं, क्योंकि 72 प्रतिशत भारतीय बिजनेस यात्रा, मनोरंजन और खर्चों पर खर्च बढ़ाने की योजना बना रहे हैं।

यह नेटवर्किंग, उद्योग अंतर्दृष्टि प्राप्त करने और संभावित साझेदारियों की खोज पर नए सिरे से ध्यान केंद्रित करने का संकेत देता है।

इसके अलावा, 68 प्रतिशत भारतीय बिजनेस व्यवसाय और पेशेवर सेवाओं में अधिक निवेश करने का इरादा रखते हैं, जिनमें से एक अहम हिस्सा तकनीकी प्रगति का प्रभावी ढंग से लाभ उठाने के लिए आईटी और प्रौद्योगिकी परामर्श सेवाओं पर अधिक खर्च की उम्मीद करता है।

मनीष कपूर, उपाध्यक्ष और प्रमुख, ग्लोबल कमर्शियल सर्विसेज (जीसीएस), अमेरिकन एक्सप्रेस बैंकिंग कॉर्प, भारत ने कहा, “यह उल्लेखनीय है कि 84 प्रतिशत भारतीय व्यवसायों ने प्रभावशाली तरीके से अपने आपूर्तिकर्ताओं को भुगतान को आंशिक रूप से स्वचालित करने के लिए कदम उठाए हैं। 39 प्रतिशत अपनी भुगतान प्रक्रियाओं का पूर्ण स्वचालन प्राप्त कर रहे हैं।”

“जैसे-जैसे व्यावसायिक परिदृश्य तेजी से प्रतिस्पर्धी होता जा रहा है, स्मार्ट और अधिक कुशल भुगतान समाधान अपनाने की आवश्यकता सर्वोपरि हो जाती है। उदाहरण के लिए, कॉरपोरेट कार्ड, विस्तारित भुगतान शर्तों, बी2बी व्यय पर रिवॉर्ड और निर्बाध भुगतान सुविधा की पेशकश के साथ, अपने खर्च कर सकते हैं, वे अधिक लाभप्रद और कुशल हैं, वे खर्च करने के साथ-साथ प्रभावी ढंग से कमाई भी करते हैं।”

विशेष रूप से 84 प्रतिशत भारतीय व्यवसायों ने अपने आपूर्तिकर्ताओं को आंशिक रूप से स्वचालित भुगतान किया है, जबकि 39 प्रतिशत ने अपनी भुगतान प्रक्रियाओं का पूर्ण स्वचालन हासिल कर लिया है।

ऑटोमेशन (स्वचालन) की ओर यह बदलाव तेजी से विकसित हो रहे व्यावसायिक परिदृश्य में प्रतिस्पर्धी बने रहने के लिए स्मार्ट और अधिक कुशल भुगतान समाधानों की आवश्यकता से प्रेरित है।

इसके अलावा, 92 प्रतिशत भारतीय व्यवसाय डिजिटल युग में वित्तीय लेनदेन की सुरक्षा के महत्व पर जोर देते हुए भुगतान सुरक्षा में सुधार को सर्वोच्च प्राथमिकता मानते हैं।

–आईएएनएस

एबीएम

Leave A Reply

Your email address will not be published.