विपक्षी एकता के प्रयासों में तेजस्वी की भूमिका उतनी ही अहम जितनी सीएम नीतीश की : राजद

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पटना, 30 अप्रैल (आईएएनएस)। बिहार के सीएम नीतीश कुमार देश में विपक्षी एकता की अगुवाई कर रहे हैं, ऐसे में डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव की भूमिका कम महत्वपूर्ण नहीं है।

सीएम नीतीश कुमार ने बिहार में महागठबंधन सरकार बनने के बाद पहली बार सोनिया गांधी और उनके बेटे राहुल गांधी से मुलाकात की।

वहीं सालों से कांग्रेस के भरोसेमंद सहयोगी रहे पूर्व सीएम लालू प्रसाद यादव ने बीते साल सितंबर में सोनिया गांधी और राहुल गांधी से मुलाकात की पहल की थी। डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव, सीएम नीतीश कुमार के साथ विपक्षी नेताओं के साथ लगातार बैठकें कर रहे हैं।

राजद के राष्ट्रीय प्रवक्ता मृत्युंजय तिवारी ने कहा कि पूर्व सीएम लालू प्रसाद को भाजपा-आरएसएस का सबसे बड़ा विरोधी नेता माना जाता है। लालू प्रसाद हमेशा देश में गैर-भाजपा सरकार की वकालत करते हैं।

वर्तमान समय में लालू का स्वास्थ्य ठीक नहीं है, इसलिए उनके बेटे तेजस्वी सीएम नीतीश कुमार के साथ विपक्षी दलों को एकजुट करने का काम कर रहे हैं।

नीतीश और तेजस्वी की जोड़ी ने बिहार से भाजपा को हटा दिया है। यह जोड़ी अब केंद्र से नरेंद्र मोदी सरकार को हटाने के लिए विपक्षी दलों को एकजुट करने में लगे हुए हैं।

मृत्युंजय तिवारी ने कहा कि हमारी महत्वाकांक्षा नरेंद्र मोदी की जनविरोधी सरकार को रोकना है। भाजपा सरकार ने देश की आम जनता के लिए कुछ भी नहीं किया है।

उन्होंने कहा, जिस तरह से केंद्र सरकार संवैधानिक निकायों का उपयोग कर विपक्षी दलों के नेताओं को निशाना बना रही है, यह देश में लोकतंत्र के लिए खतरा है।

तिवारी ने कहा, किसी को मालूम नहीं है कि अगर 2024 के लोकसभा चुनाव के बाद अगर नरेंद्र मोदी अपने पद पर बने रहते हैं तो क्या होगा। भाजपा सरकार संविधान को बदल दे, यह भी संभव हो सकता है।

सीबीआई, ईडी और आयकर विभाग के माध्यम से केंद्र सरकार द्वारा विपक्षी दलों के नेताओं को टारगेट किया जा रहा है। उन्होंने सवाल उठाया कि भाजपा नेताओं पर छापेमारी क्यों नहीं हो रही है।

तिवारी ने कहा कि बीएस येदियुरप्पा, हिमंत बिस्वा जैसे कई भाजपा नेताओं के खिलाफ भ्रष्टाचार के मामले हैं। लेकिन सीबीआई, ईडी या आयकर विभाग उन पर छापेमारी नहीं करेगा।

साफ है कि केंद्र सरकार देश के विपक्षी दलों और नेताओं को नष्ट करना चाहती है। हमें अपना बचाव करने का अधिकार है। देश में अपनी और लोकतंत्र की रक्षा करने का सबसे अच्छा तरीका भाजपा को सत्ता से हटाना है। सीएम नीतीश कुमार और तेजस्वी यादव अच्छा काम कर रहे हैं।

तिवारी ने आगे कहा कि जहां तक तेजस्वी यादव की राजनीतिक महत्वाकांक्षा की बात है तो उन्होंने खुद बिहार विधानसभा में कहा था कि न तो उनकी बिहार का मुख्यमंत्री बनने की कोई इच्छा है, और न ही नीतीश कुमार की प्रधानमंत्री बनने की कोई महत्वाकांक्षा है। वे केवल भाजपा के खिलाफ विपक्षी दलों के एक साथ ला रहे हैं।

वहीं तेजप्रताप यादव ने कहा कि तेज-तेजस्वी की जोड़ी ने बिहार में भाजपा को रोक रखा है। अब लालू प्रसाद यादव, नीतीश कुमार समेत विपक्षी दलों के अन्य नेता केंद्र से नरेंद्र मोदी सरकार को हटाएंगे।

–आईएएनएस

एफजेड/एसकेपी

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