भाजपा धन बल का दुरूपयोग कर चुनाव जीतना चाहती है: अखिलेश
लखनऊ, 3 मई (आईएएनएस)। समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा कि भाजपा धन बल का दुरूपयोग कर पूरे प्रदेश में चुनाव जीतना चाहती है।
अखिलेश यादव बुधवार को कन्नौज जनपद में तालिग्राम, छिबरामऊ, गुरसहायगंज, समधन, सिकन्दरपुर और कन्नौज में सघन चुनाव प्रचार करते हुए समाजवादी पार्टी के प्रत्याशियों को जिताने के लिए साइकिल चुनाव निशान पर मतदान करने की अपील की। उन्होंने कहा कि भाजपाई सड़कों के गड्ढों, जाम, छुट्टा जानवरों और नाली नालों की गंदगी-बदबू से मुंह छिपाकर बचकर निकल जाना चाहते हैं।
अखिलेश यादव ने कहा कि सपा की सरकार ने विकास किया है, इसलिए पार्टी के प्रत्याशियों को जिताने की अपील करने आया हूँ। चुनाव के बाद फिर धन्यवाद दूंगा। लगातार, हम लोग आते रहेंगे। क्योंकि इन विधानसभा क्षेत्रों और फिर लोकसभा के चुनावों में ऐतिहासिक वोटों से जीतना है। समाजवादी पार्टी जीतेगी तभी कन्नौज भाजपा के भ्रष्टाचार की गंदगी और दुगर्ंध से मुक्त होगा। कन्नौज में जितना भी विकास दिखाई दे रहा है वह सब सपा की सरकार की देन है।
उन्होंने कहा कि पूरे प्रदेश में नगर निकाय चुनाव भाजपा हारेगी। भाजपाइयों में हार का डर इतना है कि पहली बार नगर निकाय के चुनाव में वह कई हेलीकॉप्टरों से पूरे प्रदेश में प्रचार कर रहे हैं। जनता की जनसमस्याओं से भाजपा का कोई सरोकार नहीं है।
कहा कि हमारी पार्टी की सरकार में बहुत विकास कार्य किये गये, जिन्हें भाजपा ने बर्बाद कर दिया। इस सरकार ने समाजवादी पार्टी की सरकार के चल रहे विकास कार्यों को रोक दिया। भाजपा विकास विरोधी है। जनता को बिजली का बिल महंगा देना पड़ रहा है। हाउस टैक्स बढ़ गया है। शहरों में कूड़ा भरा पड़ा है। सड़कों पर सांड घूम रहे हैं। सरकार ने पूरे प्रदेश के शहरों में ट्रैफिक व्यवस्था को बर्बाद कर दिया है।
यादव ने कहा कि मुख्यमंत्री सच नही बोलते है। एक ट्रिलियन डालर अर्थव्यवस्था की बात करते है। यह एक ट्रिलियन क्या होता है, जनता नहीं समझती है। सरकार बेरोजगारी के भी गलत आंकड़े देती है। इसी झूठ को सच दिखाने के लिए भाजपा सरकार ने अमेरिका की एक एजेंसी को 200 करोड़ रुपए में ठेका दिया है।
अखिलेश यादव ने स्थानीय मतदाताओं से कहा कि आधे मन से कुछ नहीं होता है। पूरे मन से चुनाव जिताए। आगे लोकसभा के चुनाव हैं। भाजपा को हराना है। इन लोगों ने महंगाई, बेरोजगारी बहुत बढ़ा दी है। महंगाई चरम सीमा पर पहुंचा दिया है। आटा महंगा खरीदना पड़ रहा है। दूध, तेल, दाल, सभी चीजों के दाम बढ़ गये हैं। भ्रष्टाचार चरम पर है। अपराध, अन्याय, अत्याचार बहुत बढ़ गया है। कानून व्यवस्था ध्वस्त है।
–आईएएनएस
विकेटी/एएनएम