दिल्ली पुलिस ने एक अंतरराज्यीय लुटेरे को किया गिरफ्तार

0


नई दिल्ली, 10 मई (आईएएनएस)। दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने दिल्ली, उत्तर प्रदेश, राजस्थान और मध्य प्रदेश में कई चोरियों में शामिल एक अंतरराज्यीय लुटेरे को गिरफ्तार किया है। एक अधिकारी ने बुधवार को यह जानकारी दी।

आरोपी की पहचान मध्य प्रदेश के जिला गुना निवासी असीब के रूप में हुई है। आरोपी को नरैना से गिरफ्तार किया गया है। आरोपी अपने गिरोह के साथ मिलकर ग्रेटर कैलाश इलाके में डकैती की योजना बना रहा था।

अधिकारी ने कहा कि उसकी गिरफ्तारी की सूचना देने पर 25,000 रुपये का इनाम भी घोषित किया गया था। पुलिस ने कहा कि पिछले साल फरवरी में पवन कुमार ने दक्षिण दिल्ली में सैनिक फार्म के पास बुद्ध बाजार में अपने आभूषण शोरूम में चोरी की शिकायत की थी।

शिकायत में बताया गया था कि कुछ अज्ञात व्यक्तियों ने उनकी दुकान से सोना, हीरा, चांदी के आभूषण और अन्य मूल्यवान सामान चुराए थे। जांच के दौरान यह पता चला था कि असीब अपने सहयोगियों के साथ इस मामले में शामिल था। इस मामले में असीब वांछित था, हालांकि उसके गिरोह के कुछ सदस्यों पहले ही गिरफ्तार किया जा चुका था और वह फरार चल रहा था।

स्पेशल सेल के डीसीपी आई. प्रताप सिंह ने कहा कि पिछले कुछ महीनों में सूचना मिल रही थी कि मध्य प्रदेश के अपराधियों के एक अंतरराज्यीय गिरोह के सदस्य कुछ दिल्ली में जघन्य अपराध करने की योजना बना रहे हैं।

इस साल फरवरी में इस गिरोह के दो सदस्यों गिरिराज और टॉमी को गिरफ्तार किया गया था, लेकिन गिरोह के अन्य सदस्य फरार थे।

सिंह ने कहा कि सोमवार को गुप्त सूचना मिली थी कि गिरोह का एक प्रमुख सदस्य असीब ग्रेटर कैलाश के आसपास किसी अपराध को अंजाम देने के लिए नरैना में अपने गिरोह के सदस्यों से मिल रहा है।

इनपुट्स पर कार्रवाई करते हुए पुलिस टीम ने जाल बिछाया और असीब को गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ के दौरान, असीब ने खुलासा किया कि आसानी से पैसा कमाने के लिए, उसने टॉमी, गिरिराज, विक्रम, शाहरुख, पप्पू, अजय और अन्य लोगों के साथ मिलकर दुकानों, शोरूमों या एकांत घरों में डकैती शुरू कर दी।

सिंह ने कहा कि आमतौर पर, वे खिलौने बेचते समय रेकी करते थे और दिन के समय अपने लक्ष्यों को अंतिम रूप देते थे। वे उन घरों, दुकानों या शोरूमों को निशाना बनाते थे, जो अलग-थलग हैं या जहां महिलाएं रहती हैं।

–आईएएनएस

एफजेड/एएनएम

Leave A Reply

Your email address will not be published.